पिछले कई वर्षों से उड़ीसा के समुद्र तटों, जगन्नाथ मंदिर, कोणार्क और भुवनेश्वर के लिंगराज मंदिर का भ्रमण करने का विचार मन में चल रहा था। व्यक्तिगत जीवन की विभिन्न समस्याओं के कारण यह यात्रा नहीं हो पा रही थी, लेकिन मन में हमेशा यह इच्छा बनी रही कि इन धार्मिक और प्राकृतिक स्थलों का दर्शन करूं। अंततः अक्टूबर 2024 में दुर्गा पूजा के अवसर पर चार दिन की छुट्टी और दो दिनों का अवकाश लेकर इस यात्रा का प्लान बनाया गया। इस यात्रा में मेरे साथ मेरी पत्नी और मेरे दोनों बच्चे दिव्यांशु (डुगु) और प्रियांशु (पुचु) भी थे।
#### यात्रा का आरंभ
यात्रा की शुरुआत 7 अक्टूबर की रात को हुई, जब हम नंदनकानन एक्सप्रेस ट्रेन से पुरी के लिए रवाना हुए। हालांकि, एसी बोगी में दो टिकट बुक कराए थे, लेकिन वह कंफर्म नहीं हो पाए, जिससे मन में थोड़ी निराशा हुई। लेकिन बच्चों के उत्साह और मेरी पत्नी की इच्छा को देखते हुए यात्रा रद्द करने का विचार त्याग दिया। अगले दिन सुबह 8 बजे पूर्वा एक्सप्रेस से धनबाद के लिए रवाना हुए। दोपहर 1 बजे धनबाद पहुंचकर शाम 4 बजे धनबाद-भुवनेश्वर एक्सप्रेस से भुवनेश्वर के लिए निकले।
#### पुरी की ओर प्रस्थान
9 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे भुवनेश्वर पहुंचे और वहाँ से लोकल ट्रेन से पुरी गए। लगभग 2 बजे पुरी पहुंचे और ओयो एप से पीडब्ल्यूडी कार्यालय के सामने स्थित होटल बुक किया। होटल बहुत अच्छा था और वहाँ पहुंचकर सबसे पहले स्नान किया और कुछ देर आराम किया। शाम 3 बजे फ्रेश होकर होटल में खाना खाया और पुरी बीच पर भ्रमण करने के लिए बच्चों के साथ निकले।
#### समुद्र तट पर मस्ती
सबसे पहले हम ब्लू फ्लैग बीच पर गए, जहाँ प्रवेश शुल्क लिया जाता है। लगभग 1 घंटे वहाँ इंजॉय करने के बाद गोल्डन बीच की ओर गए, जो कि ब्लू फ्लैग बीच के बगल में ही स्थित है। बच्चों ने समुद्र में स्नान किया और लहरों का आनंद लिया। मेरी पत्नी ने भी समुद्र किनारे भ्रमण किया और फोटोग्राफी की। बच्चों ने बालू पर खेलते हुए मस्ती की और उनके चेहरे पर खुशी देखने लायक थी। ब्लू फ्लैग बीच साफ-सुथरा और शांति वाला बीच है, जबकि गोल्डन बीच भीड़-भाड़ और थोड़ा गंदा था। वहाँ पर शाम 5 बजे से बाजार और मेला लगता है, जिसमें ऊंट की सवारी, घोड़े की सवारी और उड़ीसा के विभिन्न व्यंजन मिलते हैं।
#### भोजन और विश्राम
समुद्र किनारे मस्ती करने के बाद हमने उड़ीसा के व्यंजनों का आनंद लिया और ऊंट की सवारी की। गोल्डन बीच पर भुट्टा बिक रहा था, जो उबालकर बेचा जाता है। यह खाने में बहुत स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक था। बच्चों और पत्नी ने चाट-पकौड़ी खाई और विभिन्न गतिविधियों में हिस्सा लिया। रात 9 बजे होटल वापस आकर रात का खाना खाया और थके हुए होने के कारण जल्दी सो गए, क्योंकि अगले दिन हमें जगन्नाथ मंदिर का दर्शन करना था।
#### पुरी में यात्रियों के साथ समस्याएं
पुरी शहर बहुत ही साफ-सुथरा और अच्छा है, लेकिन यहाँ के ऑटो चालक और होटल संचालक यात्रियों का आर्थिक शोषण करने की कोशिश में रहते हैं। यह बात मुझे काफी खराब लगी। जब हमने होटल से बीच की दूरी मात्र 1 किलोमीटर तय की थी, तब भी ऑटो वालों ने ₹100 वसूल किए। इसलिए मेरा सुझाव है कि जब भी पुरी जाएं, तो ऑटो वालों से अच्छी तरह से बातचीत करें और ध्यान दें कि वे आपको भ्रमित न करें।
#### पुरी यात्रा का सही समय
पुरी में घूमने का सबसे अच्छा समय नवंबर से जनवरी माह तक है। इस समय मौसम सुहावना रहता है और गर्मी व उमस कम रहती है। इसके बाद पूरे साल गर्मी और उमस बनी रहती है, जिससे यात्रा में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। जब भी पुरी की यात्रा करें, तो ऑनलाइन होटल या धर्मशाला बुक कर लें। यहाँ धार्मिक यात्रा करने वाले व्यक्तियों की भीड़ रहती है, जिससे होटल या धर्मशाला में ठहरने में दिक्कत हो सकती है।
#### यात्रा के लिए सुझाव
पुरी की यात्रा पर जाने से पहले यूट्यूब या इंटरनेट पर पुरी के बारे में जानकारी प्राप्त कर लें। इससे आप परेशानी और ठगी के शिकार से बच सकते हैं। होटल या धर्मशाला बुक करते समय ध्यान दें कि एक अच्छा रूम बुक करें, क्योंकि यहाँ का तापमान पूरे साल सामान्य रहता है।
इस प्रकार, पुरी की यात्रा हमारे परिवार के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव रहा। बच्चों ने समुद्र का आनंद लिया और धार्मिक स्थलों का दर्शन कर हम सभी ने एक नया अनुभव प्राप्त किया। इस यात्रा ने हमें मानसिक और आत्मिक शांति प्रदान की और हमारे दिलों में हमेशा के लिए बसी रही।
### निष्कर्ष
पुरी, कोणार्क और भुवनेश्वर का संगम धार्मिक और प्राकृतिक स्थलों का अद्वितीय अनुभव प्रदान करता है। यहाँ की यात्रा न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से बल्कि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। इस यात्रा ने हमें जीवन के विभिन्न पहलुओं को समझने का मौका दिया और हमें हमारे परिवार के साथ समय बिताने का एक सुनहरा अवसर प्रदान किया। आशा है कि यह यात्रा वृतांत आपके लिए उपयोगी और प्रेरणादायक साबित होगा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें