शनिवार, 17 अगस्त 2019

सांस्कृतिक विरासत पशुपतिनाथ, काठमांडू की पावन यात्रा: एक अविस्मरणीय अनुभव...

       नमस्कार दोस्तों, आज मैं आप सभी के साथ अपनी हाल ही में हुई नेपाल की यात्रा का एक अविस्मरणीय अनुभव साझा करने जा रहा हूँ। यह यात्रा मेरे लिए बेहद खास थी क्योंकि मैंने इस दौरान विश्व प्रसिद्ध पशुपतिनाथ मंदिर के दर्शन किए। यह यात्रा 11 अगस्त 2019 को शुरू हुई थी। काठमांडू पहुँचकर मैं बेहद उत्साहित था। सुबह 5 बजे स्नान-ध्यान के बाद मैंने पशुपतिनाथ मंदिर जाने का निश्चय किया। मंदिर के प्रांगण में पहुँचकर मैं दंग रह गया। सावन मास के अंतिम सोमवार होने के कारण मंदिर में भक्तों की लंबी-लंबी कतारें लगी हुई थीं। लगभग 4 किलोमीटर लंबी कतार में लगकर मुझे घंटों इंतजार करना पड़ा, लेकिन भगवान भोलेनाथ के दर्शन का आशीर्वाद पाकर मेरा सारा थकान मिट गया। मंदिर के अंदर का नजारा बेहद खूबसूरत था। भगवान शिव का शिवलिंग अत्यंत मनमोहक लग रहा था। मंदिर के प्रांगण में कई छोटे-छोटे मंदिर और साधुओं की कुटियाएँ भी थीं। मैंने साधुओं के जीवन को करीब से देखा और उनके जीवन से प्रेरणा ली।

पशुपतिनाथ मंदिर का इतिहास और महत्व

पशुपतिनाथ मंदिर विश्व विरासत सूची में शामिल है और इसका इतिहास बेहद प्राचीन है। शास्त्रों के अनुसार जो व्यक्ति केदारनाथ का दर्शन किया हो और पशुपतिनाथ का दर्शन ना किया हो तो उसका पुण्य अधूरा रह जाता है। मैं पहले ही केदारनाथ जा चुका था, इसलिए पशुपतिनाथ के दर्शन करना मेरे लिए बेहद महत्वपूर्ण था।

काठमांडू से जनकपुर की यात्रा

पशुपतिनाथ मंदिर के दर्शन के बाद मैंने काठमांडू से जनकपुर के लिए प्रस्थान किया। काठमांडू से जनकपुर का रास्ता बेहद खूबसूरत था। रास्ते में हिमालय की पर्वत श्रृंखलाएँ और नदी-झरने देखकर मैं मंत्रमुग्ध हो गया। जनकपुर पहुँचकर मैंने रात्रि विश्राम किया।

काठमांडू में ठहरने की व्यवस्था

काठमांडू में ठहरने के लिए कई सारे होटल और धर्मशालाएँ उपलब्ध हैं। मैंने पशुपतिनाथ ट्रस्ट द्वारा बनाई गई एक धर्मशाला में ठहरा था। यह धर्मशाला बेहद सस्ती और सुविधाजनक थी।

यात्रा का निष्कर्ष

यह यात्रा मेरे लिए एक अविस्मरणीय अनुभव रही। मैंने पशुपतिनाथ मंदिर के दर्शन करके मानसिक शांति प्राप्त की। काठमांडू का प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक विरासत मुझे बहुत पसंद आया। यदि आप भी कभी काठमांडू आते हैं तो पशुपतिनाथ मंदिर के दर्शन अवश्य करें।

कुछ महत्वपूर्ण जानकारी

  • काठमांडू जाने के लिए भारतीय नागरिकों को वीजा की आवश्यकता नहीं होती है।
  • काठमांडू में परिवहन की सुविधाएं बहुत अच्छी हैं।
  • काठमांडू में खाने-पीने की चीजें भी आसानी से उपलब्ध हैं।
  • पशुपतिनाथ मंदिर में दर्शन के लिए कोई शुल्क नहीं लगता है।

मुझे उम्मीद है कि मेरी यह यात्रा वृत्तांत आपको पसंद आया होगा। यदि आपके मन में कोई प्रश्न हो तो आप मुझसे पूछ सकते हैं।

                                                       
        

पिता जी पशुपति नाथ में 




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गोशाला चोक काठमांडू 

 
पशुपतिनाथ धर्मशाला काठमांडू 

काठमांडू शहर 








    

मंदिर के प्रागण में विष्णु का मूर्ति 

मंदिर में साधू 




             पशुपतिनाथ मंदिर काठमांडू ,नेपाल